नवंबर 23, 2011
पेंटिंग नं. 14
उत्थान
उत्थान का अर्थ है यीशूकी मानवता को स्वर्गमें लिया जा रहा है। उनका उत्थान उनके मृतोत्थान के 40 दिन बाद घटित हुआ। उन्होंने 40 दिन अपने अनुयाइयों को शिक्षा देने में बिताए और अपने प्रेरितों को बताया कि उन्हें पवित्र आत्मा की शक्ति प्राप्त होगी वे उनके संदेश को दुनियाभर में फ़ैलाएँगे।
लियुक 24:50-53 |
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तब वह उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया, और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीष दी। |
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और उन्हें आशीष देते हुए वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग से उठा लिया गया। |
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और वे उसको दण्डवत कर के बड़े आनन्द से यरूशलेम को लौट गए। |
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और वे लगातार मन्दिर में उपस्थित होकर परमेश्वर की स्तुति किया करते थे। |
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समय का अंत
समय की समाप्ति पर, जो कि निकट है, जो यीशू में विश्वास करते हुए मर गए तथा जो अभी जी रहे हैं और विश्वास करते हैं कि यीशू मसीह हमारे भगवान और मुक्तिदाता हैं, कि वे मर गए और तीसरे दिन मुर्दे से जी उठे और ऊपर उठकर स्वर्गमें चले गए, उनका भी उनके शरीरोंके साथ उत्थान होगा और वे प्रभु से मिलेंगे।
बाइबिल क्या कहती है यहाँ हैः |
1 थेस्सलुकेनियों 4:16-17 |
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क्योंकि जब आदेश दिया जायेगा और महादूत की वाणी तथा ईश्वर की तुरही सुनाई पड़ेगी, तो प्रभु स्वयं स्वर्ग से उतरेंगे। जो मसीह में विश्वास करते हुए मरे, वे पहले जी उठेंगे। |
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इसके बाद हम, जो उस समय तक जीवित रहेंगे, उनके साथ बादलों में आरोहित कर लिये जायेंगे और आकाश में प्रभु से मिलेंगे। इस प्रकार हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।
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